नैनीताल। उत्तराखंड का लोक पर्व ऋतु परिवर्तन का सूचक फूलदेई का त्योहार समूचे मंडल में परंपरा के अनुसार मनाया गया।
सुबह से ही बच्चों की टोली थाली में फूल और चावल के साथ गुड़ मिलाकर फूलदेई मनाने घर घर जा रही थी, बच्चों को इस पर्व का बेहद इंतजार मानो रहता है।
चावल और गुड का हलवा बनता है जिसे पूरा परिवार प्रसाद के रूप में ग्रहण करता है। बहुत ही सादगी से भरा यह पर्व हर साल बेहद खूबसूरती के साथ मनाया जाता है।
कहते हैं फूलदेई का मतलब देहरी (घर की चौखट) पर फूल पड़ने का मतलब है ऋतु परिवर्तन का सूचक और नवरात्र आगमन का संदेश है। घर की चौखट पर फूल पड़ने का मतलब जल्द ही मां नव दुर्गा का आपके घर में आगमन होने वाला है इसकी तैयारी का निमंत्रण फूल द्वारा देने की परंपरा ही फूलदेई पर्व है।
सम्पादक: जीवन जोशी
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