Durgami Nayan

Latest Uttarakhand News in Hindi

दुखद:- अंधविश्वास के फेर में फसे लोगो ने बुजुर्ग दंपति को डायन-बिसाही बताकर लाठी-डंडे से पीटकर मार डाला…

खबर शेयर करें -

चंदवा (झारखंड)। लातेहार जिले के चंदवा के हेसला गांव में भरी पंचायत में भीड़ ने एक बुजुर्ग दंपति को डायन-बिसाही बताकर लाठी-डंडे से पीटकर मार डाला। घटना मंगलवार रात करीब आठ बजे की है। दंपति की पहचान शिबल गंझू और बवनी देवी के रूप में हुई है। इस मामले में पुलिस ने गांव के 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार पंचायत में शामिल लोगों के बारे में जांच की जा रही है।ग्रामीणों का आरोप था कि बुजुर्ग दंपति डायन-बिसाही करते हैं। इसको लेकर गांव के लोगों ने अपनी पंचायत बुलाई। शिबल गंझू और बवनी देवी अपने ऊपर लगे आरोप को लगातार नकारते रहे, लेकिन पंचायत ने उन्हें लाठी-डंडे से मारने की सजा सुना दी। इसके बाद पंचायत में मौजूद लोग लाठी-डंडे से उन्हें बुरी तरह से मारने लगे। इससे मौके पर ही पति-पत्नी की मौत हो गई। इतना ही नहीं, हत्या के बाद ग्रामीणों ने दंपति के शव को उन्हीं के घर में ले जाकर रख दिया।सूचना मिलने पर गांव पहुंची पुलिस भीड़ हिंसा की इस घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव में एहतियातन पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।

यह भी पढ़ें 👉  योगी आदित्यनाथ दस दिन में दें सीएम पद से इस्तीफा! वरना उड़ा देंगे! पढ़ें कहां से आई धमकी...

लाधुप पंचायत के मुखिया विफई मुंडा ने कहा कि गांव में मंगलवार की रात पंचायत बुलाई गई थी। इसी दौरान असामाजिक तत्वों ने भीड़ को हमला करने के लिए उकसाया। उनके अनुसार घटना अचानक हुई और पास के गांव वालों को भी भनक नहीं लगी। मुखिया ने कहा कि गांव में पंचायत लगाकर ऐसा तुगलकी फरमान सुनाना निंदनीय है।

यह भी पढ़ें 👉  विधायक डा. मोहन बिष्ट के विरोधी रच रहे षड्यंत्र! पढ़ें विधायक के पक्ष में उठती आवाजें...

उन्हें खुद सुबह इस घटना की जानकारी मिली।घटना के संबंध में शिबल गंझू और बवनी की 15 वर्षीय पोती सुशीला ने बताया कि गांव के परमेश्वर मुंडा ने मंगलवार रात लोगों को अखरा के पास एकत्रित किया था। इसके बाद पंचायत में धीरज मुंडा और बुतरू पाहन ने उसके दादा-दादी पर ओझा-गुणी (तंत्र-मंत्र) करने का आरोप लगाते हुए मारने के लिए मौजूद लोगों को उकसाया। फिर पंचायत में मौजूद करीब दो दर्जन से अधिक लोगों ने उसके दादा-दादी को लाठी-डंडे से मारना शुरू कर दिया। जब घर के लोग उन्हें छुड़ाने गए, तो उन लोगों ने परिजनों के साथ भी मारपीट की। सुशीला ने बताया कि ग्रामीणों ने उसकी मां को भी बुरी तरह से पीटा। पिटाई के बाद घर के सभी लोग भयवश बगल के गांव प्रतापीताड़ जान बचाने के लिए भाग गए।

Ad
Ad
Ad
Ad