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प्रेस दिवस पर गोष्ठी आयोजित! नैनीताल और बिंदुखत्ता में हुआ चिंतन! पढ़ें पत्रकार क्या बोले…

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नैनीताल/बिंदुखत्ता। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के मौके पर गुरुवार को जिला सूचना कार्यालय नैनीताल मैं अपर जिला सूचना अधिकारी केएल टम्टा की अध्यक्षता मैंकृत्रिम मेधा (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के युग में मीडिया विषय पर चर्चा परिचर्चा गोष्टी का आयोजन किया गया।

इस दौरान गोष्ठी में सम्मानित पत्रकारों ने कृत्रिम मेधा से मीडियाकर्मियों को मिली सुविधा और चुनौतियों के विषय में चर्चा परिचर्चा करते हुए अपने-अपने विचार रखते हुए कृत्रिम मेधा का उपयोग संवेदनशीलता और तथ्यों के साथ करने की बात पर बल दिया गया ।

कहा कि जहां कृत्रिम मेघा की मदद से बेहतर प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं इस तकनीकी विधा मे संवेदनशीलता न होने की चुनौती बनी हुई वहीं तेजी से समाचारों के प्रसारण की चुनौती से पार पाने के लिए इस मेधा का उपयोग करना कई बार तथ्य विहीन सूचनाओं के प्रसारण की चुनौती बनी रहती है ऐसे में जमीनी मीडिया कर्मियों को संवेदनशीलता और तथ्यात्मकता के साथ कृत्रिम मेघा के उपयोग की आवश्यकता है ।

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साथ ही मीडिया से जुड़े एकजुट होकर अपनी लेखनी के बल पर निष्पक्ष एव आम जनहित के समाचार संकलन करने की बात कही । कहा कि एआई के उपयोग से आज स्पॉट रिपोर्टिंग की प्रवृत्ति खत्म हो रही है। जिसके चलते समाचारों में तथ्यों का अभाव देखने को मिल रहा है ,कृत्रिम मेघा का उपयोग संवदेशीलता और तथ्यात्मकता के साथ करने की बात कही है।

इस दौरान अफजल फौजी, कमल जगाती, पंकज कुमार अजमल हुसैन, सुरेश कांडपाल, संतोष बोरा, गुड्डू ठीटोला सोनाली मिश्रा,हिमानी रौतेला, आकांक्षी ,एस एम,इमाम के अलाव सूचना कर्मी मोहन फुलारा ,उमेश जीना, हिमा आदि मौजूद रहे।

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दूसरी ओर प्रेस क्लब बिंदुखत्ता में भी विचार गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें प्रेस क्लब अध्यक्ष जीवन जोशी ने कहा पत्रकारिता आज कुछ पूंजी पति घरानों की जेबी संस्था बनती जा रही है जिससे पत्रकारिता जगत पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं।

उन्होंने कहा आज पूंजीपति घराने मीडिया का संचालन करने लगे हैं जिससे सच सामने लाना बेहद कठिन होने लगा है। विज्ञापन के दम पर विश्वास से खिलवाड़ होना पत्रकारिता के लिए बड़ा सदमा है। साथ ही धरातल वाली पत्रकारिता भी दम तोड रही है।

इस अवसर पर उमेश सिंह बिष्ट, विमला जोशी, उमेश सिंह मेहरा, महेश सिंह आदि मौजूद रहे।

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