लालकुआं। कोलकाता में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ जघन्य बलात्कार एवं हत्याकांड के विरोध में आज 21अगस्त को लालकुआँ काररोड बिंदुखत्ता मे पश्चिम बंगाल सरकार और पतित उपभोक्तावादी संस्कृति का पुतला फूंका गया।
प्रगतिशील महिला एकता केंद्र के आह्वान पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में इंकलाबी मज़दूर केंद्र, के कार्यकर्ताओं ने भागीदारी की।इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने अपराधियों को बचाने में लगी पश्चिम बंगाल सरकार की कड़े शब्दों में निंदा की और रेजिडेंट डॉक्टर के साथ जघन्य अपराध करने वाले अपराधियों को सख्त सजा देने की मांग की।
वक्ताओं ने कहा कि देश में महिलाओं के साथ होने वाली यौन हिंसा की घटनायें लगातार बढ़ रही हैं। उत्तराखंड के रुद्रपुर में ड्यूटी से लौट रही नर्स और बिहार के मुजफ्फरपुर में दलित बच्ची के साथ भी इसी तरह जघन्य यौन हिंसा हुई है।
सरकारें छात्राओं, कामकाजी महिलाओं को सुरक्षा देने में असफल हैं। इन घटनाओं के मूल में पूंजीवाद की पतित उपभोक्तावादी संस्कृति है जो कि महिलाओं के शरीर को माल की तरह पेश करती है। वक्ताओं ने अश्लील गानों, फिल्मों, विज्ञापनों और पोर्न साइटों पर रोक लगाने की भी मांग की।
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