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बिंदुखत्ता में छिड़ा राजनीतिक घमासान! सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने! पढ़ें ताजा अपडेट

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लालकुआं। विधानसभा क्षेत्र का सबसे बड़ा वोट बैंक बिंदुखत्ता आजकल चर्चा में चल रहा है। अतिक्रमण के नाम पर आजकल यहां राजनीतिक दल अपने स्वार्थ की रोटियां सेंकने में जुटे हैं।

समाचार के अनुसार सरकार ने वन भूमि से अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया है और कई जगह अतिक्रमण हटाया भी गया है। बिंदुखत्ता को भी अतिक्रमण सूची में रखे जाने की जानकारी जैसे ही लोगों को हुई तो क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक उबाल आ गया है।

सत्ता पक्ष के नेता जहां बिंदुखत्ता को वनाधिकार कानून व्यवस्था के तहत अधिकार देने की बात कर रहे हैं तो वहीं विपक्ष इसे जनता को भरमाने की चाल कह रहा है।

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सांसद /विधायक/सीएम स्तर से कहा जा रहा है कि बिंदुखत्ता के लिए अलग नीति बनेगी। विधायक कहते हैं बिंदुखत्ता को लेकर जो कुप्रचार किया जा रहा है वह विपक्ष की सोची समझी साजिश है जबकि वह बिंदुखत्ता की जनता को मालिकाना हक दिलाने का प्रयास कर रहे हैं।

इधर समूचा विपक्ष आने वाली सात जून को प्रदर्शन की तैयारी में गांव गांव बैठक कर रहा है। विपक्षी दलों का आरोप है कि हर लोकसभा चुनाव से पूर्व बिंदुखत्ता की जनता को राजनीतिक दल ठगते आ रहे हैं।

अतिक्रमण सूची में बिंदुखत्ता का नाम होने से लोगों में रोष दिख रहा है जबकि सरकार ने साफ कर दिया है कि बिंदुखत्ता को लेकर किसी तरह की अफवाह न फैलाएं।

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इसी बीच कुछ असामाजिक तत्व विधायक के खिलाफ सोशल मीडिया में अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं जिसकी सर्वत्र निंदा की जा रही है। भाजपा ने विधायक के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।

इधर अभद्र टिप्पणी करने वाले व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया में माफी भी मांगी जा रही है वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

विधायक का कहना है कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए जनता को बरगला रहे हैं जिसका जनता ने विरोध करना चाहिए।

विपक्षी दलों ने अतिक्रमण हटाओ अभियान को चुनावी मुद्दा बनाने की ठान ली है। कांग्रेस सभी विरोधी दलों को साथ लेकर सरकार के खिलाफ हमलावर है। इधर जनता समझ नहीं पा रही है कि सही क्या है।

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