Durgami Nayan

Latest Uttarakhand News in Hindi

लोकसभा चुनाव में किस दिशा से चलेगी आंधी ?तूफान भी जब ठहर जाएं वो जमीं चाहिए! पढ़ें संपादक जीवन जोशी की अपनी बात जनता के साथ…

खबर शेयर करें -

बिंदुखत्ता/नैनीताल। लोकसभा चुनाव जीतना भला किसे अच्छा नहीं लगेगा! लोग ग्राम प्रधान चुनाव जीतने पर तक तो धमाका पार्टी अरेंज कर देते हैं!

भारत माता की सत्ता संभालने वाले लोगों का चुनाव जल्द ही आने वाला है! इसे जीतने के लिए राजनीतिक दलों, समानांतर सरकार चलाने वाले भ्रष्ट तंत्र के दलालों, नशे के कारोबारियों, तुष्टि करण, जातिवाद, क्षेत्र , हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सहित सभी जाति धर्म से लेकर राजनीति करने वाले लोगों की निगाहें लोकसभा चुनाव पर जाने लगी हैं!

गली मोहल्ले, तिराहे पर चुनाव को लेकर चर्चा तेज होने लगी है! सरकारी मशीनरी भी चुनाव आयोग के निर्देश के तहत मतदाता सूची तैयार कर रही है! पूरे देश में जी 20 को लेकर चर्चा भी लोकसभा चुनावों में मिक्स हो जायेगी! चुनावों से पूर्व दिल्ली में हो रहे इस सम्मेलन के भी अपने मोल होंगे!

लोकसभा चुनाव जीतना इस बार कांटे की टक्कर जैसा लगने लगा है इसलिए जमीन से जुड़े धरातलीय जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वह अपने बूथ स्तर तक पहुंच कायम रखें! ये 2024 का लोकसभा चुनाव महाभारत से कम नजर नहीं आ रहा है!

रणभेरी बजने से पहले जिसने मोर्चा मजबूती से सम्हाल लिया आत्म विश्वास के साथ वह चुनाव फतह कर जायेगा! स्क्रीन टच नेता के साथ जनता के सुख दुःख में शामिल हुए बिना जनता का दिल नहीं जीता जा सकता!

हर नेता नरेंद्र मोदी नहीं हो सकता! भारत में जिस तरह नरेंद्र मोदी लोकप्रिय हुए उतना इतनी जल्दी कोई पीएम नहीं हुआ! ये दावा नहीं है कि कोई नहीं हुआ! इतना जरूर इस दौर में देखा गया कि जिसे कमल चुनाव चिह्न मिल गया वह नरेंद्र मोदी नाम से जीत गया!

एक तरफ़ से चली आंधी जैसे आजादी के समय चली थी! इस धर्म पथ संचलन करते कई शहीद हो गए डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, डा हेडगेवार जैसे अनेकों अनगिनत बलिदानों, बिभुतियों के संघर्ष के परिणाम स्वरूप इस परिवर्तन की आंधी को रोकने के लिए दक्षिण पंथ का एक बड़ा हिस्सा धर्म निरपेक्ष ताकतों को साथ लेकर वामपंथ के दिशा निर्देशों पर विश्वास करने लगा है!

वामपंथ मानसिक रूप में लोगों का ब्रेन वाश कर उसे सनातन धर्म पथ से दूर करने के लिए पूजा पाठ सब करने लगे हैं! रात को जानवरों को लाठियों से पीट पीट कर भगाने वाले सुबह को उसे पिंड दान खिलाने को खोजते हैं!

यह भी पढ़ें 👉  सीएम पुष्कर धामी सरकार विपक्षी दलों पर पड़ी भारी! केदार बाबा का मिला आशीर्वाद

भारत में जो बदलाव की बयार चल रही है वह रुकेगी नहीं! लेकिन बेरोजगारी खत्म हो चिंता रहे सबको रोजगार स्वरोजगार मिल गया तब भारत स्वयं भरी दुनियां की प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा करेगा कि वह दुनियां का पहला विकासशील देश है जो अपने हर नागरिक तक स्वरोजगार देने में सक्षम है!

बदल रहे देश में बहुत कुछ बदल गया! जो पैसा घोटाले की भेंट चढ़ जाता था वह लोगों तक पहुंचाया गया है! भ्रष्टाचार पर जोरदार वार हुआ है ! नई संसद जब बन गई तब जूठन चाटने की परंपरा कब तक जिंदा रहेगी! परिवारवाद तो किसी भी पार्टी में जड़ से खत्म नहीं हो सकता सब कहने भर की बातें हैं! जीजा नेता हो और साला रोजगार मांगे तब जीता नेता क्या करेगा ?

हर दल में ये होता है! लोकसभा चुनावों में भाजपा बनाम समूचा विपक्ष चुनाव होगा! एक तरफ़ सनातन धर्म और दूसरी तरफ सभी दल होंगे! इस लोकसभा चुनाव में भाजपा का अपना वोट बैंक सुरक्षित है साथ ही पाकिस्तान की माली हालत देख समझदार करवट बदल कर अपने को सुरक्षित मानने लगे हैं!

एक सर्वे छः महीने पहले *दूरगामी नयन* टीम द्वारा की गई थी जिसमे लोगों की राय ली गई थी! मुस्लिम समुदाय के लोगों में टीम जब पहुंची तो मुफ्त में अनाज की प्रशंशा किए बिना कोई नहीं मिला! तीन तलाक वाले बिल से भी लोगों में कुछ बदलाव हुआ है! सबसे बड़ी बात जो सामने आई कि योजना में किसी के साथ सौतेला व्यवहार नहीं हुआ!

कई राज्यों में विधानसभा चुनावों में परिणाम विपरीत हो सकते हैं! राज्य के चुनाव में क्षेत्र के मुद्दे भी लीड कर जाते हैं! लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की अगुवाई में बना फ्रंट दमदार तैयारी में जुटने लगा है!

जिसने बूथ जीता उसने चुनाव जीता! जिसका संगठन बूथ स्तर तक मजबूत उसे डरने की जरुरत नहीं है! आंधी न चले तो चुनाव ही क्या ? महाभारत युद्ध होना तय है! जन समस्या चुनावी मुद्दा बन सकी और उनको केन्द्र में रखकर चुनाव होता है तो पढ़ा लिखा समाज किस तरह अपने आप को थामता है ये उसके विवेक पर निर्भर करता है!

कहा है तू खुद तो बदल तब तो ये जमाना बदलेगा… रावी की रवानी बदलेगी… सतलज का मुहाना बदलेगा… गर शौक में तेरे जोश रहा तो ये सारा फसाना बदलेगा…

यह भी पढ़ें 👉  सीएम पुष्कर धामी से बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने की मांग! विधायक डा मोहन बिष्ट ने दिया ज्ञापन! पढ़ें लालकुआं विधानसभा क्षेत्र अपडेट...

देश की आत्मा जब बदल रही है उस परिस्थिति में चुनाव हों तो समझा जा सकता है क्या होगा! चुनाव अयोग तैयारी में जुट गया है और नेता भी टिकट की जुगाड में जमीन रेंग रहे हैं जिससे सोशल मीडिया में दिखता जाए कि आपदा में घर बह रहा था उसे देखने गए थे!

फोटो खींचने वाला हर नेता के आजकल साथ होता है! घर बह गया जिसका उसे देखने से क्या होगा! घर की चाबी सौंपी ये फोटो अपलोड करो रोज तो पढ़ने वालों को भी सोचना पड़ेगा कि नेता जनप्रतिनिधि लायक समाज कल्याण का काम करने वाला है! फिर देखिए तस्वीरें अपनी सियासत की! आजकल जिसके हाथ फोन है वही नेता और पत्रकार है तब गलत तरीके से काम करना कैसे आसान होगा! भारत सीसी कैमरे में कैद हो गया तब चोर गिरोह का भागना क

चांद पर धमाल मचाया तो दुनियां में सम्मान मिला! भारत को सनातन धर्म पथ पर अग्रसर होने से रोकना अब लोहे के चने चबाने समान होगा! किसमिस चबाने में दुखने वाले दांत लोहे के चने रहे दूर डाल वाले चने भी दांत से तोड़ नहीं सकते खाना तो रहा दूर की बात!

भारत में एक समस्या होने लगी है कि यहां महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी को प्रमुख स्थान से दूर हर राजनीतिक दल कर रहा है जो देश की जनता के सपनों से खिलवाड़ है! पहली बार किसानों को पेंशन योजना मिल रही है जबकि ये आजादी के बाद से लागू होती तो बेहतर होता! मोदी सरकार बनाम समूचा विपक्ष ये चुनाव होगा!

अति आत्म विश्वास जिसने भी किया वह अंध विश्वास में तब्दील हो जाता है! जिस घर कोई कमाने वाला नहीं उस घर के दर्द को भारत की केन्द्र सरकार की पहली समस्या में जिस दिन शामिल कर लिया गया उस दिन अपने दिल से विश्व गुरु बनेगा और दुनियां विभूति लगाने भारत आयेगी और भारतीय उसे विभूत लगाकर ठीक कर देगा जब पूरी दुनियां बारूद के ढेर पर होगी!

भारत का सनातन धर्म पथ संचलन कम नहीं होता प्रतीत होता है! कांग्रेस नेता और उनके साथी क्या गुल खिलाते हैं ये आने वाले लोकसभा चुनावों में सबके सामने नज़र आ जायेगा।

Ad
Ad
Ad
Ad