बिंदुखत्ता। लालकुआं विधानसभा क्षेत्र की सबसे बड़ी समस्या बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाना और गौला नदी से बचाव के लिए तटीय क्षेत्रों में तटबंध है।
हर विधायक और सांसद ने हर बार बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाने और तटबंध बनाए जाने का भरोसा देकर जनता से वोट पाया है।
हर चुनाव में इस समस्या का हल निकालने के दावे किए जाते हैं फिर चुनाव जीतने के बाद कोई सुधलेवा नहीं रह जाता।
इस बार भी यही हो रहा है राजस्व गांव के लिए वनाधिकार कानून व्यवस्था लागू करने की कवायद शुरू हुई लेकिन अब तक फाइल जिलाधिकारी कार्यालय से आगे नहीं बढ़ सकी है। तटबंध की कोई बात तक नहीं कर रहा है जबकि फिर से मानसून आने वाला है।
कई परिवार गौला नदी की बाढ़ से अब तक बेघर हो गए हैं और कुछ बेघर होने के कगार पर खड़े हैं।
राजस्व गांव के लिए पहले जनता बैठक करती थी जो वनाधिकार कानून लागू करने के जुमले की भेंट चढ़ गई है। वनाधिकार कानून व्यवस्था लागू करने के दावे की भी पोल खुलती दिख रही है क्योंकि जो लोग इसके लिए मजबूती से लगे थे उन लोगों ने अपने कदम पीछे करने शुरू कर दिए हैं।
विधायक ने कहा था वह जल्द राजस्व गांव बनायेंगे लेकिन राजस्व गांव रहा दूर वनाधिकार कानून व्यवस्था भी लागू नहीं हो पा रही है जिससे लोग अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं।
गौला गेट निवासी गिरीश जोशी ने बताया वह तटबंध निर्माण के लिए विधायक से मिले लेकिन उन्होंने उल्टा कहा कि क्या पैसे आप लगाओगे! गिरीश जोशी ने कहा जब बाढ़ आती है तो दिखाने के लिए पोकलैंड लाकर फोटो खींचकर नाटक किया जाता है और करोड़ों रुपया ठिकाने लगाया जाता है।
गिरीश जोशी ने कहा जितना पैसा पोकलैंड में बरबाद किया जाता है उतने से मजबूत तटबंध बन जाते लेकिन ऐसा नहीं होता।
राजस्व गांव बनाने का वादा करने वाले नेता भी आजकल चुप्पी साध गए हैं। पूर्व मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल ने कहा है जनता ने जिसे वोट दिया है उसकी जिम्मेदारी है कि वह अपने वादे पूरे करे।
भाजपा नेता सीएस पाण्डेय ने गत दिवस तटीय क्षेत्रों का भ्रमण किया और जनता को उम्मीद बंधाई कि वह इस समस्या को सीएम पुष्कर धामी तक पहुंचाएंगे।
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