लालकुआं। जिसका नाम ही लाल कुआं है! इस चुनाव में कुएं को अपनी प्यारी बाल्टी से फिर मानो प्यार हो गया है और बाल्टी चुनाव चिन्ह लोगों में भा गया है! पूर्व सैनिक निर्दलीय प्रत्याशी सुरेन्द्र लोटनी के मैदान में उतरने से लग रहा है कि लालकुआं में इस बार बदलाव की बयार भी बह सकती है!
युवा सोच इस बार निर्दलीय प्रत्याशी सुरेन्द्र लोटनी की बाल्टी लेकर लालकुआं में नया इतिहास रचने की तरफ तेजी से बढ़ रही है हर वर्ग का समर्थन बाल्टी को मिलता प्रतीत हो रहा है! युवा वर्ग बाल्टी चुनाव चिन्ह लोगों की पसंद बनाने के लिए जुटा हुआ है जिससे लालकुआं में तीसरी ताकत का उदय भी हो सकता है। युवा वर्ग बाल्टी चुनाव चिन्ह लेकर जीत का दावा कर रहा है।
किसकी लाल होगी इस चुनाव में ये 23 जनवरी के रुझान से पता चलेगा फिलहाल लालकुआं में सुरेंद्र लोटनी हर तीसरे वोटर की जुबां पर सुनाई दे रहा है और हर वर्ग में बाल्टी चुनाव चिन्ह का प्रभाव देखने को मिल रहा है।
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