Durgami Nayan

Latest Uttarakhand News in Hindi

22 मई को ग्रीनमैन करेंगे ‘वृक्ष आज़ादी अभियान’ का शुभारंभ लोहे की जंजीरों में फंसे पेड़ों को मुक्त कराने हेतु संचालित होगा जन आंदोलन

खबर शेयर करें -

हरिद्वार 19 मई2023
लोहे के सीखचों में फंसे वृक्षों को अब आजाद कराकर उन्हें जीवनदान देने की मुहिम देवभूमि उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार से विश्व जैवविविधता दिवस पर 22 मई को हरितऋषि विजयपाल बघेल (ग्रीनमैन ऑफ इंडिया) के कर कमलों से शुरू हो रही है जो पूरे देश में ‘वृक्ष आज़ादी अभियान’ के रूप में संचालित होगी। वर्ष 1980 के दशक से देश में लोहे के ट्री गार्ड के साथ वृक्षारोपण की परम्परा शुरू हुई जो बदस्तूर जारी है, ट्री गार्ड की जरूरत पौधे को सुरक्षित रखने के लिए तीन साल तक या अधिकतम पांच वर्ष तक रहती है उसके बाद वही ट्री गार्ड जो सुरक्षा के लिए लगाया गया वही उस पेड़ के लिए जानलेवा बन जाता है। हर सड़क, मार्ग, गली, पार्क आदि सार्जनिक स्थानों पर लोहे की जंजीरों में जकड़े वृक्ष दिखाई देते हैं, इनकी पीढ़ा से विचलित होकर ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ग्रीनमैन बघेल द्वारा इनकी मुक्ति का संकल्प लिया है। ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया की एक रिसर्च टीम द्वारा किए सर्वे में पाया है कि हरिद्वार नगरीय क्षेत्र और औद्योगिक क्षेत्र में भारी संख्या में पेड़ों की पीढ़ लोहे के जंजीरों में जकड़ी हुई हैं, पुराने लोहे के ट्री गार्ड वृक्षों के वस्कुलर बंडल को चीरते हुए उनकी आंतरिक संरचना को तहस नहस कर सैकड़ों वृक्षों की हत्या का कारण बन रहे हैं। दशकों पहिले पौधारोपण के साथ लगे ये लोहे के ट्री गार्ड पेड़ों में फंस गए हैं, इनकी चीख ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया को झकझोर रही है। यह एक वन अपराध की श्रेणी मे भी आता है, इस तरह से इनको तड़पते छोड़ा गया है। जंग लगे लोहे के ट्री गार्डों में फंसे वृक्षों को आजाद करना अत्यंत जरूरी है। श्री बघेल के नेतृत्व में हरिद्वार में ‘वृक्ष आज़ादी अभियान’ संचालित करने की योजना का शुभारंभ 22 मई से किया जा रहा है, ताकि हरिद्वार में विभिन्न क्षेत्रों के पुराने फंसे ट्री गार्डों से मुक्तिकरण कराया जा सके। यह जानकारी ‘वृक्ष आज़ादी अभियान’ के जिला समन्वयक विनोद मित्तल ने दी।
उन्होंने बताया कि विश्व जैवविविधता दिवस पर 22 मई को मायापुर क्षेत्र में लोहे के जालों में जकड़े पुराने पेड़ों को मुक्त कराया जायेगा फिर अलग अलग क्षेत्रों में विशेष अभियान के माध्यम से जनांदोलन का स्वरूप प्रदान किया जाएगा। क्षेत्रवार टीम गठित कर दी गई हैं जो वन विभाग के साथ मिलकर हरिद्वार के सीखचों में फंसे सभी वृक्षों को आजाद कराने के लिए संकल्पित रहेंगी। विश्व पर्यावरण दिवस (5 जून) तक एक पखवाड़े में हरिद्वार से लोहे के जालों में फंसे वृक्षों को मुक्त कराए जाने लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ‘वृक्ष आज़ादी अभियान’ में ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया एक सहयोगी की भूमिका में पेड़ों की रक्षा करने के लिए वन विभाग के साथ हर समय तत्पर रहेगी। विनोद मित्तल ने हरिद्वार वासियों से अपील की है कि कहीं पर लोहे के ट्री गार्ड से कोई पेड़ जकड़ा दिखाई दे तो उसकी फोटो पते सहित वॉटसएप नंबर 9411176587 पर भेजें। टीम में कुलदीप खंडेलवाल, राहुल पाल, प्रदीप त्यागी, सादाक्ष पाराशर, राकेश अरोड़ा, धीरज पीटर, आशीष गौर, राखी बुद्धिराज, हेमा भंडारी, एस एस राणा, मयंक गुप्ता, शिवम जगता, अंजू द्विवेदी, भुवनेश पाठक, डा अजय कौशिक आदि सहित दर्जनों पर्यावरण प्रेमी शामिल किए गए हैं।
Ad
Ad
Ad
Ad
यह भी पढ़ें 👉  दीपावली और भईया दूज परंपरागत रूप से मनाया गया! पढ़ें दिवाली अपडेट...