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डोईवाला में कलाकारी का राठौर परिवार देवी-देवता की मूर्ति बना दिख रहे हुनर, प्रशासन की आर्थिक मदद नहीं,

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डोईवाला
डोईवाला मे कलाकारी का हुनर अपने परिवार सहित 45 वर्षों से देवी देवताओं की विभिन्न मूर्ति बनाकर कर रहे हैं अपने परिवार का कर रहेजीवन यापन,

उत्तराखंड के देहरादून जिला तहसील डोईवाला क्षेत्रांतर्गत नगर पालिका डोईवाला ऋषिकेश रोड स्थित गुरुद्वारे के सामने कई वर्षों से एक राजस्थानी परिवार इन दिनों मां दुर्गा, श्री गणेश, विश्वकर्मा भगवान की मूर्तियों को 45 सालों से बने रहे हैं मूर्ति बनाने का कार्य गंगाराम राठौर पुत्र जीवरा राठौर राजस्थान निवासी, उनके साथ कलाकारी के रूप उनकी धर्मपत्नी श्रीमती विद्या और दो बेटे और दो बेटियां हैं बेटे का नाम भीम नागराज और दो पुत्री का नाम एक नारायणी एक सुगना परिवार के साथ गंगाराम राठौर ने बताया कि अपने पिता जीवरा राठौर द्वारा विभिन्न प्रकार की राजस्थान के अलावा डोईवाला में विभिन्न देवी देवताओं की मूर्ति बनाने में माहिर थे यह कार्य किसी कॉलेज या आर्ट सेंटर से नहीं सीखा. बल्कि अपने पिता के साथ रहकर बचपन से ही उनकी सहायता करते हुए उसने मूर्ति बनाने की बारीकियां सीखी है और एक मूर्ति बनाने मे मूर्तिकार को काफी मेहनत करना पड़ती है। मूर्ति बनाने के लिए उन्हें भूसा, मिट्टी, कपड़ा रंग आदि की जरूरत पड़ती है। मिट्टी के साथ ही ये सारी चीजों को मिलाकर मूर्ति तैयार की जाती है वह कहते हैं कि उन्हें व उनके परिवार को मूर्ति बनाने में काफी ख़ुशी होती है और अंदर से विश्वास भी होता है और मूर्ति बनाकर लोगों द्वारा खरीदी जाती है उनसे जो पैसे मिलते है उसी से अपने परिवार का लालन-पालन करते हैं वहीं कलाकारी में बहुत ही सावधानी से मिट्टी पर आकृति तराशने के बाद मूर्ति तैयार होती है देवी की सुन्दर और जीवंत मूर्तियों के चेहरे की चमक और मुस्कान बताती है कि अपनी पूरी कारीगरी के साथ उन्हें खूबसूरत रूप दिया है. एक मूर्तिकार के हाथों बनी मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा कर उनकी विधि विधान से नौ दिनों तक पूजा होती है. हर साल उनके परिवार के हाथों की बनी मूर्तियां लोगों को देवी, देवताओं के दर्शन कराती हैं. वैसा हुनर बहुत कम लोगों में ही देखने को मिलता है वहीं देखा जाये यह परिवार सहित डोईवाला मैं यह रह रहे है यह कहीं भी झुग्गी झोपड़ी डालते हैं जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन द्वारा इन्हें उजाड़ दिया जाता है लेकिन वही ग्राम पंचायत एवं नगर पालिकाओं की सरकारी भूमियों पर भारी संख्या में अतिक्रमण होने पर भी ऐसा परिवार भूमिहीन है दर-दर भटककर सड़कों के किनारे रहने पर मजबूर है उनके परिवार वही देश के माननीय प्रधानमंत्री द्वारा गरीब लोगों को भूमि एवं मकान बनाने की योजनाऔं
का लाभ नहीं मिलने से भी यह परिवार अपने आप को जनप्रतिनिधियों, शासन-प्रशासन व सरकार की अनदेखी से दुःखी हैं उन्होंने परिवार ने कहा है सरकार की गरीब परिवार की योजनाएं क्या सरकार की तरफ से इनको सर छुपाने का आसरा मिलना चाहिए या नहीं उनके परिवार को केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ कब मिलेगा यह परिवार भूम, मकान वहीं अन्य योजनाओं से वंचित है,

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