नैनीताल उत्तराखंड राज्य बने 22 साल हो गए लेकिन आज तक बुनियादी ढांचे पर गंभीर चिंतन की जरूरत महसूस नहीं की गई! सरकारें बनी और अपने अनुसार चलती रहीं! कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा को जनता ने सरकार चलाने का जनादेश दिया! उत्तराखंड क्यों बनवाया और किसके लिए बनवाया ये सवाल जेहन में जनता के अब उठने लगा है ? पहली समस्या थी इस राज्य का विकास नहीं हुआ! पलायन हो रहा है! पहाड़ का पानी व पहाड़ की जवानी पहाड़ के काम नहीं आ रही है! संसाधनों के बावजूद रोजगार नहीं मिल रहा है! महिलाओं को हाड़ कंपाती मेहनत से मुक्ति! नशा बंद होगा! सबको शिक्षा स्वास्थ! हर गांव में सड़क, बिजली, पानी, पुल! राज्य के बीचों बीच राजधानी! बर्तन मांझने वाले व दरबारी की पहचान से मुक्ति पाने अपनी पहचान के लिए अलग राज्य की कल्पना की गई थी! अपना भू भाग अपने लोगों के लिए सुरक्षित रहेगा! लेकिन आज 22 साल में नजर डालें तो जनता के सपनों को दरकिनार ही किया गया! राज्य बनने के बाद विकास हुआ तो कुछ नेताओं और चुनिंदा नौकरशाहों का! जांच हो तो तस्वीर सामने आ जाएगी! पलायन रोकेंगे करके जिनको चुनाव में जिताया वही नेता गावों से पलायन कर गए! जिनको जनता का विकास करना था वह जीतने के बाद अपना व अपने कुनबे का विकाश करने में जुट गए! जो मंत्री बना उसका घरेलू नौकर तक सरकारी बाबू बन गया! परिवारवाद की तरफ राज्य को धकेलने का प्रयास हुआ! पहाड़ का पानी, पहाड़ की बिजली, पहाड़ की रेत बजरी पहाड़ के लोगों के लिए ही महंगी! 21 साल में जितने मंत्री सीएम एमएलए बने हैं इनकी संपत्ति की जांच हो तो ज्ञात हो जायेगा कि प्रदेश में किसका विकास तेजी से हुआ और किसे राज्य बनने का लाभ हुआ! पहलीबार सूबे को युवा मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के रूप में मिला है जिससे जनता को बेहद उम्मीदें हैं! राज्य बनवाने के लिए आंदोलन करने वालों का सपना था कि राज्य बनेगा तो पूरे राज्य से समस्याएं दूर होने लगेंगी! पहाड़ के सीधे साधे लोगों को क्या मालूम था कि राज्य बनेगा तो यहां सरकार के समानांतर भू माफिया भी अपनी सरकार चलायेंगे! नदी नाले सब नेताओं के लगवे भग्वे खोद खा रहे हैं! राज्य को पुष्कर धामी से उम्मीद है कि वह जनता के सपनों का राज्य बनाने के लिए कुछ कड़े फैसले लें जिससे राज्य को लूटने वाले जनता के सामने आ सकें! युवा नीति की दरकार है! पलायन के लिए एमएलए जिम्मेदार रहेंगे या उस क्षेत्र के अधिकारी! जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनता के लिए हर समय उपलब्ध हैं तो आधी समस्या तो स्वत समाप्त हो जाती है! नेता पलायन रोकेंगे ये तय कर दिया जाए! हर एमएलए जहां से जीता है वहीं वह रहेगा तो कई हद तक समस्या कम होगी! सीएम पुष्कर धामी को चाहिए कि वह गंभीर विषयों को गंभीरता से लें व भ्रष्टाचार पर वार तेज करते हुए जनता के सपनों का राज्य उत्तराखंड को बनाएंगे युवा मुख्यमंत्री से जनता को युवा उम्मीदें हैं/
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