
नैनीताल/हल्द्वानी।
कैम्प कार्यालय हल्द्वानी में जिलाधिकारी वंदना की अध्यक्षता में जमरानी बांध से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावितों के पुनर्वास व सुविधाओं के सम्बन्ध में बैठक ली।
बैठक में अपर जिलाधिकारी पीआर चौहान ने बताया कि जमरानी बांध परियोजना से 6 गांव प्रत्यक्ष रूप से तथा 6 गांव अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित है। वर्तमान तक 1259 प्रभावित प्रभावित परिवारों में से 1080 परिवारों को मुआवजा राशि प्रदान की जा चुकी है शेष 179 परिवारों को मुआवजा धनराशि के लिए कार्यवाही गतिमान है।
जिलाधिकारी ने शेष 179 परिवारों को मुआवजा राशि शीघ्र वितरित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा जिन भी लोगों के भूमि विवाद, विरासतन व अन्य विवाद है तो आपत्तियां निस्तारित शीघ्र करते हुए मुआवजा दें।
उन्होंने कहा 2011 से यह प्रकरण गतिमान है यदि राजस्व विभाग के कर्मी के कारण व लापरवाही से मुआवजा राशि का वितरण नहीं हो पा रहा है तो सम्बन्धित राजस्व निरीक्षक (पटवारी) जो उक्त समय क्षेत्र में तैनात थे उनकी जांच कर सम्बन्धित के खिलाफ कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
बैठक में उप महा प्रबन्धक जमरानी ने बताया कि जिन 6 गांवों का पुनर्वास, विस्थापन हो रहा है वहां कालोनी बनायी जा रही है वहां लोगों को सडक, बिजली, पेयजल, पार्क, पार्किंग, जूनियर हाईस्कूल, आंगनबाडी, खेलमैदान आदि सभी सुविधायें मुहैया करायी जा रही है।
जिलाधिकारी ने कहा कि विस्थापित लोगों की कालोनियों में अव्वल दर्जे की सड़क एवं खेल मैदान के साथ ही सभी आवश्यक सुविधा हों। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने कहा जो 6 गावं अप्रत्यक्ष रूप से जमरानी बांध परिक्षेत्र में है ।
वहां भी सभी आवश्यक सुविधाएं सडकें, खेल मैदान पार्किंग, पर्यटन आदि की व्यवस्थाये भी सुनिश्चित करने हेतु अभी से कार्य कर लेें साथ ही वहॉ के लोगों को स्वरोजगार हेतु विशेष रूप से युवा जो कक्षा 9 से 12 तक अध्ययरत है उनका एक्सपोजर विजिट गढवाल मण्डल के टिहरी बांध क्षेत्र के ऐसे गावों का भ्रमण कराया जाए ताकि यहां के युवा प्रशिक्षित होकर भविष्य में यहॉ भी रोजगार कर सकें।
इस हेतु एक सप्ताह के भीतर 50-50 के ग्रुप तैयार कर विजिट कराऐं तथा युवाओं को स्वरोजगार हेतु प्रशिक्षित किया जाय। जिलाधिकारी ने कहा कि भविष्य में इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं विकसित होंगी।
उस समय पर्यटकों की सुविधा के लिए आवश्यक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर अभी से काम शुरू किए जाएं ताकि कैंची धाम की भांति समस्याएं इस क्षेत्र में विकसित न हों, उपजिलाधिकारी नवाजिश खालिक को उक्त क्षेत्र में हैलीपेड बनाने हेतु भूमि चिन्हिकरण कराने के निर्देश दिये तथा सम्बन्धित इन गावों में सडक चौडीकरण, पार्किंग एवं विकास के लिए सर्वे भी किया जाए।
तथा अन्य विभागों के साथ कनवर्जेशन कर कार्य कराए जाय इस हेतु भी प्रस्ताव तैयार किए जाय।उन्होनेे उप जिलाधिकारी को इन गांवों का शीघ्र भ्रमण करने के भी निर्देश दिये।
बैठक में उपमहाप्रबन्धक जमरानी बीबी पाण्डे, परियोजना प्रबंधक हिमांशु पंत, सीएस काण्डपाल, प्रशासक/ निवर्तमान ग्राम प्रधान सुभाष तिवारी, खष्टी राघव, नवीन पलडिया व जीवन चन्द्र के साथ ही विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
















More Stories
*ब्रेकिंग न्यूज* एमआईटी कुमाऊं एनएसएस टोली ने चलाया स्वच्छता अभियान! पढ़ें क्या दिवस है आज…
Breaking News:- सीएस ने जारी किए आदेश, नियमित पदों पर नही होगी अब आउटसोर्स से भर्ती…
रोजगार समाचार:- UKPSC ने जारी किया Lower Pcs भर्ती का एडमिट कार्ड… देखें अपना एडमिट कार्ड….