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जीवन की कलम से…संपादकीय…

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उत्तराखंड सरकार के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है। उनके खिलाफ कांग्रेस ने निर्मला गहतोडी को मैदान में उतारा है। नामांकन से पहले ही भाजपा ने चम्पावत की सियासत में घमासान मचाते हुए कांग्रेस के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग करने वाले दमदार कांग्रेसियों को अपने पाले में कर लिया है जिससे सीएम पुष्कर धामी की जीत आसान नजर आने लगी है। सीएम पुष्कर धामी ने जनसभा में कहा कि वह पीएम नरेंद्र मोदी के मिशन को पूरा करने के लिए दिन रात एक करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने नामांकन से पूर्व रोड शो भी किया जिसमें जबरदस्त भीड़ देखी गई। भाजपा लहर चम्पावत में चलेगी ऐसा लगने लगा है क्योंकि कांग्रेस ने यहां कद काठी के हिसाब से दमदार उपस्थिति दर्ज ना करके मानो जैसे सीएम पुष्कर धामी को जीत का आशीर्वाद दे दिया है। कांग्रेस ने महिला निर्मला गहतोड़ी को मैदान में उतारा है। जनता सीएम पुष्कर धामी को लेकर उत्साहित जहां दिख रही है वहीं रोड शो में भी इसका असर साफ देखने की मिला। भाजपा के भीतर कोई गुट बाजी नहीं हुई, किसी ने कोई खेला नहीं किया तो सीएम पुष्कर धामी की जीत ऐतिहासिक जीत होगी जिस हिसाब से अब तक माहौल तैयार है। भाजपा की खुफिया टीम को निगरानी तो करनी ही होगी क्योंकि देखा गया है कि यहां अक्सर बिजली अपने लोग ही गिराते हैं। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 के अनुसार बात करें तो जनता ने मुख्यमंत्री पद के हर दावेदार को हार के दर्शन करवाए हैं। भाजपा ने धामी को सीएम प्रोजेक्ट किया जनता ने उनको हरा दिया! आप ने कर्नल अजय कोठियाल को सीएम चेहरा कहा वहीं कांग्रेस से हरीश रावत को सीएम चेहरा तो नहीं कहा था लेकिन जनता से कोठियाल और रावत को भी हार से रूबरू करवा दिया। जनता के मूड में क्या है ये समझ पाना बेहद कठिन है इसलिए सीएम पुष्कर धामी को चाहिए कि वह अति उत्साहित होने की बजाय जनता से सीधे संवाद को बल दें।संपादक,,,,,,,,,,,,,हाथी कारीडोर बनेगा त्रासदी का कारण!दूरगामी नयन डेस्कनैनीताल। बर्षा ने समय से पहले ही दस्तक देने शुरू कर दी है लेकिन वर्षा ऋतु में होने वाली मुसीबत से कैसे पार पाया जा सकेगा इसका इंतजाम कमजोर नजर आ रहा है। नेता समाचार व सोशल मीडिया माध्यम तक ही समस्या का समाधान करते दिख रहे हैं धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है जिससे वर्षा ऋतु में कई गावों को नदी नालों से खतरा बना है। नैनीताल में गौला नदी किनारे रहने वाले लोगों को तटबंध की दरकार है सैकड़ों लोग गौला नदी किनारे बसे हैं जिनके मकान जमीन नदी के निशाने पर है। जिला प्रशासन को चाहिए कि वह समय रहते सुरक्षाके समुचित प्रबंध करे जिससे बड़ी त्रासदी को रोका जा सके। लालकुआं में हाथी कारीडोर के नाम पर छोड़ दी गई नदी में अस्थाई बांध बन गया है जो त्रासदी का बड़ा कारण बन सकता है इसलिए नदी का दयवर्जन समय रहते होना चाहिए।,,,,,,,,,,,,,,,,

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