

बिंदुखत्ता। सब जगह ग्राम पंचायत चुनाव की तैयारी चल रही है वहीं दूसरी तरफ तराई भाबर का सबसे बड़ा पहाड़ी गांव राजस्व गांव घोषित होने का आजादी के बाद से अब तक इंतजार कर रहा है!
हर पांच वर्षीय चुनावी मौसम में इस गांव की राजस्व गांव बनाए जाने के हसीन सपने दिखाए जाते हैं फिर ढांक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ होती है! राजस्व गांव के नाम पर कई सांसद और विधायक बन गए लेकिन आज तक इस मामले में दमदार पहल का अभाव ही देखा गया!
राजस्व गांव संघर्ष समिति ने कहा है बिंदुखत्ता को राजस्व गांव बनाए जाने के लिए सीएम पुष्कर धामी सरकार ने इसे मुख्यमंत्री घोषणा में शामिल किया है और विधायक डॉक्टर मोहन बिष्ट का ड्रीम प्रोजेक्ट है राजस्व गांव! इसलिए अब विधायक डॉक्टर मोहन बिष्ट को दमदार पहल करनी चाहिए जिससे जनता से किए वादे पर खरा उतरा जा सके!
राजस्व गांव संघर्ष समिति अध्यक्ष जे सी जोशी ने कहा है विधायक डॉक्टर मोहन बिष्ट ने दमदार प्रयास किया और सीएम पुष्कर धामी सरकार ने इच्छाशक्ति दिखाई तो बिंदुखत्ता को 2027 के चुनाव से पहले राजस्व गांव का दर्जा मिल सकता है! इधर विधायक द्वारा बनाई गई राजस्व गांव के लिए प्रयासरत समिति भी आशावान है कि जल्द राजस्व गांव घोषित होगा।














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