नई दिल्ली।
टोक्यो में चल रहे क्वाड शिखर सम्मेलन ने विस्तारवादी चीन की नींद हराम कर दी है। दुनियां के चार बड़े नेता एक साथ क्या बैठे की विस्तारवादी की घबराहट दिखने लगी है। भारत, अमेरिका, जापान, आस्ट्रेलिया के प्रमुख क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। इसमें चीन की घेराबंदी पर कई अहम निर्णय लिए गए हैं। सबसे पहले चीन व उसके सहयोगी पाकिस्तान के आतंकी संबंधों पर लगाम कसने, चीन के कर्ज में डूबे देशों की आर्थिक मदद करने, गैर कानूनी तरीके से मछली पकड़ने पर रोक लगाने सहित कई अन्य निर्णय लिए गए हैं। इस सम्मेलन से चीन बुरी तरह बौखला गया है और वह क्वाड शिखर सम्मेलन को मजाक कह रहा है। चीन की विस्तारवादी नीतियों पर लगाम लगाने के लिए क्वाड शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने क्वाड शिखर सम्मेलन को एक सकारात्मक शक्ति बताते हुए कहा कि आने वाले समय में क्वाड शिखर सम्मेलन का असर दिखने लगेगा। इस सम्मेलन में मुंबई व पठानकोट आतंकी हमले की निंदा भी की गई। इस सम्मेलन में पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार की तारीफ की गई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा पीएम नरेन्द्र मोदी ने कोविड़ काल में जो काम किया उसके लिए वह बधाई के पात्र हैं। इस सम्मेलन से चीन बौखलाया है देखना है चीन क्या नया तरीका अपनाता है। क्वाड शिखर सम्मेलन ने विस्तारवादी चीन को बुरी तरह बेचैन कर दिया है।
More Stories
केदारनाथ उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी आशा नौटियाल आगे चल रही हैं! पढ़ें उप चुनाव अपडेट…
छात्र नेताओं ने ग्वल मंदिर में दी दस्तक! पढ़ें पूरी खबर…
खेल महाकुम्भ का समापन! पढ़ें किसने मारी बाजी…