देहरादून। राजनीति में जब संगठन नहीं होता तब राजनीति जेबी होकर गर्त की तरफ भविष्य को लेकर जाती है। आज हो क्या रहा है देश में परिवार वाद और संगठन के बीच युद्ध मानो सियासती रूप में तेज हो गया है। धर्म निरपेक्ष लोकतंत्रात्मक अपने को कहने वाले दलों की हालत पतली है। परिवार में धन लाभ के लिए ही विवाद हो रहा है जिससे देश में जाति वाद तुष्टिकरण की सियासत को लेकर गंभीर चर्चा चल रही है। आज बात उत्तराखंड में विपक्ष कांग्रेस की करते हैं! कांग्रेस में अहम व वहम की बीमारी से अधिकांश बड़े कांग्रेसी जूझ रहे हैं! कभी कभी तो ऐसा लगता है किसी ने देश में कांग्रेस को खत्म करने की सुपारी ले ली हो! उत्तराखंड में 2022 के विधान सभा चुनाव में मुख्यमंत्री के दावेदार हार गए! एक उप चुनाव हुआ तो सीएम पुष्कर धामी ने कांग्रेस की जमानत जब्त कर दिखाई! कांग्रेस के पास नेता तो बहुत हैं लेकिन संगठन नहीं होना कांग्रेस के पतन का प्रमुख कारण है! भाजपा ने पूरे देश के हर बूथ तक भगवा लहरा संगठन को मजबूत किया है! कांग्रेस मुक्त भारत के क्षण भर लक्षण उत्तराखंड में भी दिखाई देने लगे हैं! कांग्रेस उत्तराखंड में सरकार बनाने का दावा कर रही थी तो युवा शक्ति पुष्कर धामी की धमक ने कांग्रेस को चारों खाने चित्त कर दिया! अब वर्चस्व कायम रखने वाले एक्सपर्ट नेता टकरा रहे हैं! आपदा प्रबंधन में अब तक एक भी कांग्रेस नेता ने अपना नाम रहा दूर दर्शन दिए हों! रोज सुबह सुबह बयान जारी कर दिए और पोस्ट डालने तक कांग्रेस संगठन सीमित हो गया है! आज पूरे देश में देखा जाए तो नेता हैं विपक्ष के लेकिन जनता विपक्षी नहीं नजर आती! जिससे कह सकते हैं केंद्र के आठ साल बनाम कांग्रेस राज में फर्क आया है! जो बदलाव हुआ उसका जनता समर्थन करती है केवल और केवल नेता मोदी सरकार जिम्मेदार का नारा लगा रहे हैं! आठ साल में कितना कुछ तहलका मचा हड़कंप मचाने का प्रयास हुआ कुछ बदला! संगठन में शक्ति होती है इसमें चेहरों की चमक नहीं देखी जाती! भाजपा सरकार सब कुछ सही कर रही या बकोल विपक्ष गलत भी कर रही है! तब भी एक नेता या कार्यकर्ता की हिम्मत नहीं जो फालतू का बयान दे सके! नुपुर शर्मा को तक पार्टी हाईकमान संगठन ने नहीं बक्शा! कांग्रेस उत्तराखंड में रही सही इज्जत को भी मिट्टी में मिलाने की दिशा पर आगे बढ़ रही है! कांग्रेस को जेबी संगठन समझने वालों ने कांग्रेस का सत्या नाश कर दिया है! जिस हाल में कांग्रेस उत्तराखंड में दिख रही है इस हाल में वह आगे पांच से एक भी लोकसभा नहीं जीत पाएगी! कांग्रेस का नेता महा संग्राम आजकल चर्चा में है! कांग्रेस को चिंतन की जरूरत है।
More Stories
महिलाओं से सोने की ठगी का मामला पहुंचा कमिश्नरी! पढ़ें 74 महिलाओं के रख लिए जेवर…
25वीं सालगिराह सप्ताह भर मनाई जाएगी! पढ़ें इस बार राज्य स्थापना दिवस पर कहां क्या होगा आयोजन…
लालकुआँ:-NDRF ने CPP लालकुआँ में आयोजित किया आपदा प्रबंधन राहत एवं बचाव जागरूकता कार्यक्रम…