देहरादून। भर्ती परीक्षा माफिया द्वारा ऑफलाइन के बाद ऑनलाइन परीक्षा में भी हाईटेक तरीके से पेपर आउट किए जाने मामला सामने आया है। वन दरोगा भर्ती मामले में नौ आवेदकों पर कम्प्यूटर हैक कर, पेपर बाहर से हल कराने के आरोप साबित हुए हैं। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने संदिग्ध नौ आवेदकों को परीक्षा से बाहर करने के साथ ही, मामले की जांच साइबर पुलिस को सौंप दी है। पुलिस जल्द इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज करने जा रही है।अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने दिसंबर 2019 वन दरोगा के 316 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की थी। इसके लिए डेढ़ लाख युवाओं ने आवेदन किया था। आयोग ने इसके लिए गत वर्ष 16 से 25 जुलाई के बीच 18 पालियों में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराई थी। इसमें हरिद्वार के दो केंद्रों पर कम्प्यूटर हैक कर, पेपर बाहर से हल कराए जाने के आरोप आयोग की जांच में प्रमाणित हुए हैं। मेरिट तैयार करने के दौरान कुछ आवेदकों के नंबर 92 तक जाने पर संदेह हुआ तो आयोग ने इसकी कई स्तर पर जांच कराई। जिसमें आरोप साबित होने पर आयोग ने इन्हें परीक्षा से बाहर करते हुए, जनवरी में शेष परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया। इसके बाद अध्यक्ष एस राजू ने छह अगस्त को पद से इस्तीफा देने से ठीक पहले इस मामले को जांच के लिए साइबर पुलिस को सौंपने के आदेश जारी किए।
माउस क्लिक से खुला राज
संदेह होने पर आयोग ने ऑनलाइन परीक्षा कराने वाली कंपनी एनएसईआटी से संदिग्ध आवेदकों के माउस क्लिक का विवरण मांगा। जिसमें पता चला कि दो आवेदकों ने दो घंटे के पेपर को शुरुआती 30 मिनट में ही हल कर दिया था। जबकि शेष सात का माउस पहले एक घंटे में हिला तक नहीं जबकि इसके बाद 20 से 25 मिनट में उन्होंने सभी सौ प्रश्न हल कर दिए। कंपनी की रिपोर्ट में यह साबित हुआ है कि आरोपियों ने कम्प्यटर हैक कर, सिस्टम का कंट्रोल बाहर एक्सपर्ट को सौंपा, जिन्होंने उसे बाहर ही हल किया गया।
नकल वाला बन गया था टॉपर
सम्पर्क करने पर आयोग के अध्यक्ष एस राजू ने इस प्रकरण की पुष्टि करते हुए बताया कि, इसमें एक आरोपी परीक्षा में टॉप कर रहा था। शेष अन्य आठ भी टॉप पचास में थे। लेकिन समय पर जांच होने से इन्हें परीक्षा से बाहर करने का निर्णय लिया गया। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार इस मामले में हरिद्वार के दो परीक्षा केंद्रों (कम्प्यूटर सेंटर) पर संदेह है। सभी नौ आरोपियों ने यहीं परीक्षा दी थी। यह ऑनलाइन परीक्षा में हाईटेक तरीके से नकल का पहला मामला है।
वन दरोगा भर्ती की शिकायत आयोग की तरफ से ही मिली थी। इसमें कुछ केंद्रों की गतिविधियां संदिग्ध मिली है, अभी इसकी प्रारंभिक जांच चल रही है। जल्द मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस मामले में ठोस प्रमाण उपलब्ध हैं। -अजय सिंह, एसएसपी, एसटीएफ/ साइबर सेलअजय सिंह, एसएसपी, एसटीएफ/ साइबर सेलवन दरोगा भर्ती की शिकायत आयोग की तरफ से ही मिली थी। इसमें कुछ केंद्रों की गतिविधियां संदिग्ध मिली है, अभी इसकी प्रारंभिक जांच चल रही है। जल्द मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस मामले में ठोस प्रमाण उपलब्ध हैं। -अजय सिंह, एसएसपी, एसटीएफ/ साइबर सेल
– अजय सिंह, एसएसपी, एसटीएफ/ साइबर सेल
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