कॉर्बेट से सटे तराई पश्चिम वन प्रभाग के वन बैरियरों पर रुपये लेकर खनन भरे वाहनों को छोड़ने के मामले की डीएफओ प्रकाश आर्या ने जांच बैठा दी है। बीते दिनों ग्रामीणों ने रुपये लेकर खनन भरे वाहनों को एंट्री देने का आरोप लगाया था। मामले में गेट इंचार्ज समेत कई अधिकारियों के गर्दन भी फंस सकती है।पीरूमदारा समेत आसपास क्षेत्र में खनन भरे वाहनों से हुए हादसों में अब तक कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं। बीते दिनों पीरूमदारा निवासी महिला के घर पर खनन भरा डंपर घुस गया था। इसे लेकर ग्रामीणों ने भारी विरोध करते हुए एआरटीओ, पुलिस, वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगा दिया था। प्रदर्शन में वन विभाग को भी ग्रामीणों ने आड़े हाथ लिया। कहा कि वन विभाग के हल्दुआ बैरियर, हाथी डगर व मालधन बैरियरों से ही वाहनों की एंट्री होती है। आरोप लगाया था कि यहां पर प्रत्येक वाहनों से खुलेआम वनकर्मी रुपये वसूलते हैं। डीएफओ प्रकाश आर्या ने जांच कराने का निर्णय लिया है। बताया गेटों पर छापे मारे जाएंगे। कहा हल्दुआ बैरियर के अंतर्गत आने वाले आमपोखरा में छापे के दौरान ही 13 पेड़ अवैध रूप से काटने का मामला सामने आया था। मामले में दो लोगों को निलंबित किया गया। गेटों पर अवैध वसूली के मामले में भी कार्रवाई होगी। कर्मचारी वाहन स्वामी से रुपये लेते हुए मिले तो उन्हें निलंबित किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो मोहान बैरियर पर भी हल्दुआ, हाथी डगर और मालधन की तरह से वसूली की जाती है।
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