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ब्रेकिंग न्यूज: गैरसैंण में आंदोलनकारियों ने मनाई होली! पढ़ें आंदोलनकारी क्या बोले…

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गैरसैंण। उत्तराखंड के गैरसैंण में 6 दिनों से अनशन पर बैठे आंदोलनकारियों की मांग पूरी होने के उपरांत, भारी संख्या में लोग उन्हें घर ले जाने पहुंचे। फूल-मालाओं से स्वागत कर और मिठाई खिलाकर अनशनकारियों का सम्मान किया गया।

पूर्व में आंदोलनकारियों ने घोषणा की थी कि जब तक उनकी प्रमुख मांग—कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल की बर्खास्तगी—पूरी नहीं होगी, वे होली नहीं मनाएंगे। आज जब उनकी मांग पूरी हुई, तो उन्होंने हर्षोल्लास के साथ होली मनाई।

अनशन समाप्त करने के बाद, सभी आंदोलनकारी भुवन कठैत के घर पहुंचे, जहां पूरे बाज़ार में उनका भव्य स्वागत किया गया।

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भुवन कठैत ने कहा, “हमारी लड़ाई किसी विशेष समाज से नहीं, बल्कि पहाड़ विरोधी मानसिकता के लोगों से है।”

कुसुम लता बौड़ाई ने सरकार की हठधर्मिता पर सवाल उठाते हुए कहा, “एक दिन भोजन त्यागने पर तो भगवान भी मान जाते हैं, लेकिन इस अहंकारी सत्ता ने हमें 25 बार भोजन छोड़ने पर मजबूर किया, तब जाकर घमंडी मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा।

“कार्तिक उपाध्याय ने कहा, “कुछ आंदोलन बिना राजनीति के भी इस तरह सफल किए जा सकते हैं। साथ ही, उन्होंने उन लोगों को चेताया जो प्रदेश में सिर्फ अपनी राजनीति चमकाने आए हैं।

“आशीष नेगी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “यह प्रमाण रहे कि सदन में पहाड़ और पहाड़ियों का अपमान पहाड़ी युवा बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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जब-जब पहाड़ का अपमान होगा, तब-तब पहाड़ी इसी तरह दहाड़ेगा।”आयुष रावत ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा, “मेरी उम्र भले ही छोटी हो, लेकिन राज्य के लिए कुछ करने का जुनून बहुत बड़ा है।

पहाड़ का अपमान न सहा जाएगा, न ही पहाड़ विरोधियों को छोड़ा जाएगा। सभी को अपने-अपने स्तर से आवाज उठानी चाहिए, क्योंकि अब इस प्रदेश में क्रांति युवा ही लाएंगे।”

गैरसैंण में इस ऐतिहासिक जीत के बाद आंदोलनकारियों ने स्पष्ट संदेश दिया कि उत्तराखंड की अस्मिता और सम्मान की रक्षा के लिए युवाओं की एकजुटता और संघर्ष किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं होगा।

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