लालकुआं।
उत्तराखंड को यूं ही देव भूमि नहीं कहा जाता यहां आस्था और विश्वास का मेला है। उत्तराखंड में इष्टदेव कुलदेव पूजा का पुराना इतिहास है। हर परिवार का अपना एक कुल देवता होता है और अपनी अपनी आस्था होती है। उत्तराखंड में अनेकों भूतांगी देवता रहते हैं जो अपने भक्तों की रक्षा करते हैं। यहां जागर का अपना अलग ही महत्व है। इष्टदेव कुलदेव पूजा करने वाले विदेशों से तक अपने पितृ निवास आते हैं। उत्तराखंड में जागर की परंपरा आज भी उतनी ही जीवंत है जितनी इतिहास में पढ़ने को मिलती है।
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