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इच्छा शक्ति हो तो समस्या समाधान में बदल सकती है!क्या है मुद्दा पढें जीवन की कलम से …

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जीवन जोशी

नई दिल्ली/देहरादून। पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नियमों में बदलाव के चलते कुछ किसानों को पीएम सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है जिसकी जानकारी किसानों तक नहीं पहुंच पाई है कि उनको क्यों नहीं पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिला! जबकि योजना जारी है किसी की किस्त नहीं रोकी है नियम में बदलाव के चलते किस्त रुक गई है। जानते हैं किस कारण नहीं मिल रही निधि की किस्त!

जानकारी के अनुसार सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना के साथ ही यह भी जानकारी डाटा एकत्र कर रही है कि जमीन के खाता धारक के पास जमीन कहां से आई! पुस्तैनी है या उसने खरीदी है! सरकार चाहती है जमीन के सभी पहलु जांचकर हर किसान का डाटा तैयार किया जा सके! इधर वर्तमान में कई किसानों की किस्त रुकी हैं वह भाग रहे हैं ऑफिस दर ऑफिस चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई उनको सही जानकारी नहीं देता! कई किसान कहते हैं उनको अधिकारी चक्कर कटवा रहे हैं! किसान कहते हैं कृषि विभाग ने इस विषय पर गांव गांव सेमिनार आयोजित करके किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि योजना की पूरी जानकारी देनी चाहिए लेकिन वर्तमान में ऐसा धरातल पर नजर नहीं आ रहा है!

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कृषि विभाग की नैतिक जिम्मेदारी है कि वह किसान को उसका बुनियादी लाभ दिलवाना सुनिश्चित करे! बताया जा रहा है कि अब लैंड सीडिंग करवानी पड़ेगी इसके बिना निधि नहीं मिलेगी! इसके अलावा आधार सीडिंग, इ के वाई सी पूर्व की तरह की जानी है। लैंड सीडिंग के लिए एक फार्म भरकर तहसीलदार को संबोधित होगा जिसमें कहा जायेगा महोदय निवेदन इस प्रकार है कि प्रार्थी की लैंड सीडिंग करवानी है i

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यह प्रार्थना पत्र लेखपाल , पटवारी, कानूनगो को भी दिया जा सकता है। प्रार्थना पत्र के साथ भूमि की खसरा खतौनी की नकल, बैंक पासबुक की नकल, आधार कार्ड की नकल भी संलग्न करनी होगी। इसके साथ ही सीएससी सेंटरों पर भी किसान ऑन लाइन लैंड सीडिंग, इ के वाई सी करवा सकते हैं। बताया जाता है कई जगह किसान सम्मान निधि योजना का दुरुपयोग सामने आया है इसलिए सरकार ने लैंड सीडिंग को अनिवार्य रूप से जरूरी कर दिया है। लेखपाल पटवारी भी इसमें किसानों की मदद कर किसानों का सही मार्ग दर्शन कर उनको ज़िम्मेदारी पूर्वक निधि का लाभ दिला सकते हैं। इच्छा शक्ति से सभी लोग काम करें तो समस्या समाधान में बदल सकती है।

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