लालकुआं। उत्तराखंड आंदोलन में कर्मचारी नेता बतौर संघर्ष करने वाले सेवा निवृत सहायक अभियंता सीएस पाण्डेय ने जारी बयान में कहा है कि उत्तराखंड बनने के बाद कांग्रेस और भाजपा ने बारी बारी से राज किया और भर्ती हुई तो इनके नेताओं के परिजन रखे गए जो निंदनीय है। उन्होंने कहा ऐसे सभी नेताओं को अपने पदों से त्यागपत्र देना चाहिए जिनके परिजन पिछले दरवाजे से रोजगार में लगे हैं। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य जनता के लिए नहीं नेताओं के लिए बन गया। वह कहते हैं कांग्रेस और भाजपा के तथाकथित भ्रष्ट नेताओं ने जहां उत्तराखंड की युवा पीढ़ी के पीठ में खंजर भोंकने का काम किया है वहीं दूसरी ओर इन तथाकथित नेताओं ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों को बदनाम भी किया है। उन्होंने कहा उत्तराखंड की जनता को इस हाल में फिर से एक बड़ा आंदोलन उत्तराखंड आंदोलन की तर्ज पर करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा तीसरी ताकत के लोग हांशिए में चले गए इसके चलते राज्य में नेताओं की लूटपाट तेज हो गई है। उन्होंने कहा सीएम पुष्कर धामी सरकार पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाए और दोषी को सजा मिले। वह कहते हैं राज्य बनने के बाद से हुई सभी भर्ती प्रक्रिया की जांच हो तो और भी कई नेताओं के चेहरे से नकाब उतरेगा। उन्होंने सीबीआई जांच को आवश्यक बताते हुए कहा कि सरकार पारदर्शिता से अपराध का खात्मा चाहती है तो वह जनभावना का सम्मान करे। उन्होंने बेरोजगार संगठन के आंदोलन का समर्थन भी किया है।
More Stories
Breaking NEWS:- हल्द्वानी पॉश कॉलोनी में चलाया जा रहा था सेक्स रैकेट का धंधा,लालकुआँ की युवती भी शामिल… देखे VIDEO
सामान्य सीट पर एससी अभ्यर्थी के चयन को Nainital High Court में चुनौती, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को नोटिस
बिंदुखत्ता:- आवारा गौवंश की चपेट में आया युवक, युवा भाजपा नेता विजय जोशी बने मददगार… देखे VIDEO