नैनीताल
वायुमंडल में ब्लैक कार्बन की उपस्थिति के कारण ग्लेशियर लगातार पिघल रहे हैं जलवायु परिवर्तन पर रिसर्च कर रहे नैनीताल के प्रोफेसर पीसी तिवारी कहते हैं की 15 सालों में जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि के कारण हिमालय के अधिकांश हिमनद पीछे हट ते जा रहे हैं ने बताया संयुक्त राष्ट्र संघ के इंटर गवर्नमेंट पेनल फॉर क्लाइमेट चेंज ipcc की हर 3 साल में जारी रिपोर्ट में पहली बार पहाड़ों में जलवायु परिवर्तन से आए बदलाव की विस्तार से चर्चा की गई है इसके अनुसार तापमान वृद्धि से पहाड़ों में अतिवृष्टि व आपदा की घटनाएं आने वाले समय में और तेजी से बढ़ेंगी इससे खेती पर भी संकट की बात पर चर्चा हुई उन्होंने कहा वैश्विक स्तर पर निदान के उपाय सुझाए गए हैं इसके तहत हमें जल संरक्षण वन जल संचय नदी नालों के किनारे पेड़ जैसे कदम उठाने होंगे, उन्होंने कहा वैश्विक स्तर पर निदान हेतु चर्चा हुई है जिसमे प्राकृतिक पूंजी से छेड़छाड़ पर रोक लगाने की बाते कही गई, वह कहते हैं रिपोर्ट में जलवायु परिवर्तन के कारण पहाड़ों से पलायन की गति और तेज होने का उल्लेख है ने कहा इसके पीछे प्रमुख कारण में पीने वह सिंचाई के लिए पानी ही कमी जंगली जानवरों के बढ़ते आता खता प्राकृतिक आपदा में तेजी से तेजी खेती-बाड़ी चौपड़ होना पलायन को बढ़ाने का काम करेगा ने कहा परंपरागत फसलों का दायरा भी इसके चलते सिमटता चला जाएगा जिससे आने वाले समय में दूर क्षेत्रों में लोगों का रह पाना कठिन हो जाएगा उन्होंने कहा जलवायु परिवर्तन से पहाड़ों में खेती पर भी संकटआएगा और पलायन भी बढ़ेगा!
More Stories
सामान्य सीट पर एससी अभ्यर्थी के चयन को Nainital High Court में चुनौती, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को नोटिस
बिंदुखत्ता:- आवारा गौवंश की चपेट में आया युवक, युवा भाजपा नेता विजय जोशी बने मददगार… देखे VIDEO
Uttarakhand: फर्जीवाड़ा रोकने को धामी सरकार का मास्टर स्ट्रोक, शुरू होगी ‘परिवार पहचान पत्र योजना